Hindi Me Application Kaise Likhe【एप्लीकेशन कैसे लिखते हैं

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Hindi Me Application Kaise Likhe, पत्र लिखना आज के जमाने में भले ही उतना जरूरी न लगता हो, लेकिन जब इंटरनेट नहीं था तो आज के समय के व्हाट्सएप और फेसबुक की तरह पहले के समय में “पत्र” (जिसे “तार” भी कहते है) चला करते थे और उस समय पत्र लिखने के इतना चलन था कि लोग इसे एक कैरियर के रूप में लेते थे अलग-अलग डिजाइनों वाले फॉन्ट में खूबसूरत पत्र लिखना उस समय बहुत चलन में था।

Hello Friends, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर आज हम बात करने जा रहे है, पत्र लेखन क्या है? Hindi Me Application Kaise Likhe, विद्यार्थियों के लिए कुछ जरूरी पत्र नमूनों के बारे मे और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण चीजों के बारे में उम्मीद करता हूँ आपको यह पसंद आएगा।

application kaise likhte hain एप्लीकेशन हिंदी में कैसे लिखें –

Hindi Me Application Kaise Likhe
Hindi Me Application Kaise Likhe, Application Kaise Likhate Hain

पत्र लिखना भी एक कला है, क्योंकि पत्रों के माध्यम से हम अपने विचारों का आदान-प्रदान सही रूप से करने में सक्षम होते है।

यह एक ऐसी कला है, जिसके लिए आपके सोचने समझने की शक्ति, विचारों की विशालता, विषय का ज्ञान, अभिव्यक्ति की शक्ति और भाषा पर नियंत्रण की आवश्यकता होती है।

भले ही आज हम किसी से बात चीत करने के लिए इसका उपयोग न करते हों लेकिन आज भी इसका प्रयोग हमें व्यवहारिक, किसी कंपनी, या ऑफिसियल पत्राचार के लिए प्रयोग होता है, इसलिए यह जरूरी है कि हमें इसके बारे में जानकारी हो।

आज के समय की तरह तीन-चार दशक पहले तक ट्रांसपोर्ट की भी व्यवस्था नहीं होती थी कि आप जहां चाहे तुरंत चले जाये और इसके साथ ही किसी दूर के सगे संबंधी मित्र रिश्तेदार से संपर्क करने का केवल एक ही माध्यम हुआ करता था और वह होता था “पत्र”।

आजकल स्मार्टफोन, ईमेल, फैक्स ने हमारी जीवन शैली को बदल के रख दिया है, इसके बावजूद पत्र के महत्व को नकारा नहीं जा सकता है।

अपने दूर रहने वाले सगे-संबंधियों, परिचितों, रिश्तेदारों, सरकारी, गैर-सरकारी संस्थाओं को किसी न किसी कारण पत्र लिखना ही पड़ता है।

हिंदी भाषा में एप्लीकेशन लिखना एक महत्वपूर्ण टॉपिक है हर परीक्षा में हिंदी व्याकरण के सेक्शन में एक प्रश्न जरूर पूछा जाता है।

इसलिए यह जरूरी है कि आपको एप्लीकेशन लिखने के बारे जानकारी जरूर हो, परीक्षा में हर एक नंबर जरूरी होता है, इसलिए इस टॉपिक को जरूर हल करना चाहिए।

पत्र लेखन एक आसान टॉपिक है और इसके लिए ज्यादा समझने के भी जरूरत नहीं है, परीक्षा में आप किसी भी तरह के एप्लीकेशन लिख सकते है, बस इसके कुछ नियमों को थोड़ा ध्यान में रखा जाए तो, तो चलिए बात करते है कि Hindi Me Application Kaise Likhe, Application Kaise Likhate Hain.

Hindi Me Application Kaise Likhe? एप्लीकेशन कैसे लिखते है? –

पत्र के द्वारा हम अपने शब्दों के माध्यम से पाने वाले व्यक्ति को अपना संदेश पहुंचाने का काम करते है, इसलिए पत्र में लेखक और पाठक के बीच आत्मीयता और सामीप्य (अपने शब्दों के माध्यम से समझ पाना) पत्र लेखन के द्वारा ही बनाया जा सकता है।

यह कला हमें निरंतर अभ्यास से समझ आती है, इसलिए कहीं ऐसा न हो कि आप जिस विषय को समझाने के लिए पत्र लिख रहे हों कहीं उस मुद्दे से न भटक जाएं।

और आपके पत्र लिखने का उद्देश्य पूरा ही न हो, इसलिए पत्र लिखने के कुछ ऐसे नियम है जिसे हर विद्यार्थी को पता होने चाहिए, तो चलिए इन सारे नियमों के बारे में पढ़ते है –

पत्र के प्रकार (Kind of Letters) –

पत्र मुख्यतः दो प्रकार के होते है, औपचारिक पत्र और दूसरा है अनौपचारिक पत्र।

औपचारिक पत्र (Formal Letters) –

इस तरह के पत्राचार आमतौर पर इन जगहों पर किया जाता है, जिनके साथ हमारा व्यक्तिगत संबंध नहीं होता है, इस तरह के पत्रों में यदि निजी परिचय होता भी है।

तो भी आत्मीय संबंध छिपे रहते है और उनका कोई महत्व नहीं होता है, क्योंकि इस तरह के पत्र हम अपने बिजनेस जॉब या अन्य किसी ऑफिसियल कामों में प्रयोग करते है।

इसलिए इस तरह के पत्रों में औपचारिकता और कथ्य (जो उस लेटर में कहा गया है) की ही प्रधानता होती है, इस तरह के पत्रों के अंतर्गत कुछ निम्नलिखित पत्र आते है जैसे – आवेदन पत्र, व्यसायिक पत्र, सरकारी पत्र, व्यवसायिक पत्र इत्यादि।

अनौपचारिक पत्र (Informal Letters) –

अनौपचारिक पत्र उन्हे लिखे जाते है, जिनके साथ हमारा व्यक्तिगत संबंध या परिचय होता है, इसमें किसी भी प्रकार की औपचारिकता की जरूरत नहीं होती है।

औपचारिकता से हमारा मतलब है कि आपको औपचारिक पत्र लिखते समय कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है, ताकि यह लगे कि पत्र किसी विशिष्ट द्वारा लिखा गया है।

अनौपचारिक पत्र अपने मित्र, परिवार के सदस्य, निकट सम्बधी या जान पहचान के किसी व्यक्ति को लिखे जाते है, इस तरह के पत्रों में व्यक्तिगत वार्तालाप, सुख-दु:ख आदि का विवरण होता है।

अनौपचारिक पत्र के अंतर्गत – पारिवारिक पत्र, निमंत्रण पत्र, शोक पत्र, बधाई पत्र, मित्रों और सगे संबंधियों को पत्र लिखे जाते है।

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पत्र के अंग (Part of Letters) –

किसी भी पत्र को लिखने के लिए उसके कुछ मुख्य तत्वों का ध्यान रखना पड़ता है, जिनको कोई पत्र लिखते समय हमेशा ध्यान में रखना चाहिए।

हालांकि इसकी सबसे खास बात यह है कि ये सभी एलीमेंट अपने एक ही स्थान पर फिक्स रहते है, इसलिए कौन सी चीज कहां राहनी चाहिए, इसके बारे में आप कुछ अभ्यास करने से ही समझ सकते है, Hindi Me Application Kaise Likhe इसके बारे में नीचे पत्र के कुछ तत्वों के बारे में जानकारी दी गयी है –

1. पत्र लिखने वाले का पता तथा दिनांक – यह पत्र के सबसे ऊपर दाईं ओर उस पत्र को लिखने वाले व्यक्ति का नाम, पता और दिनांक आदि लिखा जाता है।

2.पत्र पाने वाले का पता – सम्बोधन के बाद पत्र को पाने वाले व्यक्ति का पता लिखा जाता है, यदि पत्र व्यक्तिगत है तो पता लिखने की आवश्यकता नहीं होती है।

3. सम्बोधन – किसी भी पत्र को लिखना आरंभ करने से पहले बाईं ओर पत्र लिखने वाले से संबंध के अनुसार उचित सम्बोधन दिया जाता है, यह सम्बोधन आपको कैसे लिखना है इसके बारे में हम आगे बात करेंगे।

4. अभिवादन – सम्बोधन के नीचे उचित अभिवादन अथवा शिष्टाचार, जैसे – नमस्ते, प्रणाम, नमस्कार, स्नेह, आदि लिखा जाता है।

5. पत्र का विषय – अभिवादन के ठीक नीचे पत्र का मुख्य विषय संक्षेप में लिखा जाता है, मुख्य विषय से तात्पर्य है आप वह पत्र जिस भी कारण या किसी चीज को लेकर लिख रहे है, उसका विवरण मुख्य विषय के अंतर्गत लिखा जाना चाहिए।

6. पत्र का समापन – पत्र का समापन करते समय या पत्र लिखते समय सबसे अंत में पत्र लिखने वाले से संबंध के अनुसार कुछ उपयुक्त शब्दों में समान लिखा जाता है, इसके बारे में हम आगे बात करेंगे।

पत्र का सामान्य प्रारूप –

नीचे किसी भी प्रकार के एप्लीकेशन को लिखने के लिए एक टेम्पलेट दिया गया है, आप इसे किसी भी तरह के एप्लीकेशन के साथ प्रयोग कर सकते है।

इस टेम्पलेट को अपने अनुसार प्रयोग करने के लिए आप इसमें दिए गए चीजों को उस पत्र के हिसाब से बदल दें, लगभग सभी तरह के पत्रों में इसी तरह के फॉर्मेट प्रयोग किया जाता है।

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एप्लीकेशन लिखते समय सम्बोधन, अभिवादन तथा समापन –

अगर आप जानना चाहते है कि Hindi Me Application Kaise Likhe तो किसी भी लेटर को लिखते समय उसके फॉर्मेट को ध्यान में जरूर रखना चाहिए, इसके अलावा हम संबंधित व्यक्ति के साथ उससे जुड़ा Respective Word का भी इस्तेमाल करते है।

बहुत से ऐसे लोग है जिन्हें यह नहीं पता होता है कि किस पद के लिए कौन से आदर सूचक शब्द का प्रयोग किया जाना चाहिए।

आप सभी के सुविधा के लिए नीचे कुछ ऐसे ही शब्दों की लिस्ट दी गयी है जिनका आप पत्र लिखते समय प्रयोग कर सकते है।

यहाँ पर इस बात का ध्यान दें कि यदि आप किसी के लिए सम्बोधन का प्रयोग कर रहे है तो अभिवादन और समाप्ति के शब्द भी उसी ग्रुप से चुनें जो उसके लिए सबसे सटीक बैठता हो।

जैसे अपने से छोटे व्यक्ति के साथ पत्र लिख रहे है तो – सम्बोधन में “चिरंजीव” तथा अभिवादन में “सुखी रहो” और समाप्ति के समय अपने पद के अनुसार शब्द प्रयोग करें, जैसे यदि पिता है तो यहां पर “तुम्हारा पिता” बड़े भाई है तो “तुम्हारा अग्रज” आपकी जान पहचान का कोई है तो “तुम्हारा हितौषी” का प्रयोग करते है।

अच्छे ढंग से Hindi Me Application Kaise Likhe इसके लिए नीचे इस शब्द समूह की लिस्ट में से जरूरत के अनुसार शब्दों का प्रयोग करें।

1. अपने से बड़ों के लिए Application Kaise Likha Jata Hai –

सम्बोधन –पूज्य, पूजनीय, पूजनीया, मान्यवर, आदरणीय, श्रीमान आदि।
अभिवादन-सादर प्रणाम, चरण स्पर्श, सादर चरण स्पर्श आदि।
समाप्ति –आपका आज्ञाकारी, आपकी आज्ञाकारिणी, आपका अनुज, आपकी अनुजा, कृपाकांक्षी आदि।

2. आपने से छोटों के लिए –

सम्बोधन –आयुष्मान / आयुष्मती, चिरंजीव, प्रिय, प्रियवर आदि।
अभिवादन-सुखी रहो, प्रसन्न रहो, शुभाशीष, शुभाशीर्वाद आदि।
समाप्ति –तुम्हारा हितौषी, तुम्हारा अग्रज, तुम्हारा पिता, तुम्हारी माताजी, तुम्हारा शुभ चिंतक आदि।

3. बराबर या हमउम्र वालों के लिए Hindi Me Application Kaise Likhe –

सम्बोधन –प्रिय बंधु, बंधुवर, मित्रवर, प्रिय मित्र, प्रिय आदि।
अभिवादन-सप्रेम नमस्कार, नमस्कार, नमस्ते आदि।
समाप्ति –तुम्हारा मित्र, तुम्हारी सखी, तुम्हारा परम मित्र, तुम्हारा अभिन्न अंग, तुम्हारी अभिन्न अंग आदि।

4. प्रार्थना पत्र या आवेदन पत्र के लिए एप्लीकेशन कैसे लिखें? –

सम्बोधन-श्री मान, मान्यवर, प्रिय महोदय, संबंद्ध अधिकारी, महोदय, श्रीमान प्रधानाचार्य आदि।
समाप्ति-प्रार्थी, विनीत, विनीता, आपका आज्ञाकारी शिष्य, आपकी आज्ञाकारिणी शिष्या, भवदीय आदि।

5. व्यवसायिक पत्रों के लिए Hindi Me Application Kaise Likhe –

सम्बोधन –श्रीयुत् वयस्थापक महोदय (फर्म, प्रकाशक आदि का नाम) आदि।
अभिवादन –महोदय, महोदया आदि।
समाप्ति –भवदीय, भवदिया आदि।

पत्र या एप्लीकेशन लिखते समय इन बातों का ध्यान रखें –

कहते है एक लेखक अपने कुछ शब्दों के माध्यम से ही अपने मन की बात लोगों से कह देता है, अब समस्या यह है कि यहां सभी लोग लेखक तो है नहीं।

बेहतर ढंग से Hindi Me Application Kaise Likhe क्योंकि अधिकतर लोगों को यह कला आती भी नहीं है तो क्या वे लोग पत्र नहीं लिख सकते है, ऐसा नहीं है, पत्र लिखना एक बहुत ही आसान काम है, बस आप लिखते समय कुछ इन बातों का ध्यान रखें जिसके बारे में जानकारी दी गयी है –

संक्षेप में लिखना सीखे –

यदि आप किसी भी चीज के बारे में कम से कम शब्दों में नहीं लिख सकते है तो उसे अधिक से अधिक शब्दों में भी नहीं लिखा जा सकता है।

इसलिए जितना हो सकते शब्दों के अनेकार्थी शब्द का प्रयोग करने की कोशिश करें, अनेकार्थी शब्द वे शब्द होते है जो कई शब्दों के स्थान पर प्रयुक्त होते है।

पत्र लिखते समय संक्षेप में लिखना इसलिए जरूरी होता है, इसमें स्थान सीमित होता है, इसलिए अपनी बातों को उस सीमित स्थान में लिखने की आदत बनानी चाहिए।

सरल रूप में लिखें –

लिखते समय पत्र की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए, ताकि आसानी से समझ में आये और पढ़ने वाले को ज्यादा समझने में दिक्कत न आये।

ऐसा न करने पर हो सकता है कि आपने जिस मुद्दे को लेकर पत्र लिखा है पढ़ने वाले व्यक्ति का ध्यान आपके उद्देश्य पर न होकर उस शब्द को पढ़ने पर चल जाए।

पत्र की शुरुआत और अंत –

लिखते समय पत्र की शुरुआत सही सम्बोधन से होनी चाहिए, यदि आप यहां पर कोई गलती करते है तो पत्र लिखने का पूरा उद्देश्य व्यर्थ चला जाता है।

क्योंकि जब शुरुआत ही सही ढंग से नहीं होगी तो आप अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो पाएंगे।

उचित विराम चिन्हों का प्रयोग करने के साथ, अंत में आपका पूरा विवरण जैसे – नाम, पता, दिनांक इत्यादि सही ढंग से लिखा होना चाहिए।

एप्लीकेशन लिखते समय यह ध्यान रखें –

1. पत्र लिखे समय उसमें स्वभाविकता होनी चाहिए।

2. एप्लीकेशन की भाषा तथा टोन विषय के अनुकूल होनी चाहिए।

3. पत्र एकदम स्पष्ट तथा सरल भाषा में होना चाहिए।

4. पत्र में विचारों की क्रमबद्धता होनी चाहिए।

5. पत्र लिखे समय उचित आदर पूर्ण शब्दों का प्रयोग किया जाना आवश्यक है, जिसके बारे में हमने ऊपर बात की है।

6. पत्र का प्रारंभ तथा अंत सुखद होना चाहिए।

7. पत्र में अपना और दूसरों का एड्रेस, मोबाईल नंबर तथा दूसरी संपर्क करने वाली जानकारी स्पष्ट रूप से लिखना चाहिए।

हिंदी में एप्लिकेशन के कुछ उदाहरण –

Hindi Me Application Kaise Likhe इससे जुड़े नीचे कुछ पत्रों के उदाहरण दिए गए है, जिसके माध्यम से आप समझ सकते है कि किसी लेटर के फॉर्मेट को किस तरह लिखा जाना चाहिए।

पत्र में एप्लीकेशन के लिए अलग-अलग तरह के व्यक्तिगत बातचीत के लिए अलग फॉर्मेट होते है।

Company से छुट्टी लेने के लिए प्रार्थना पत्र –

सेवा में ,
श्रीमान मैनेजर साहब,
कंपनी का नाम और पता

विषय – 15 दिनों की छुट्टी के लिए आवेदन पत्र।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं (यहाँ अपना नाम लिखें) आपकी कंपनी में पद का नाम पर कार्यरत हूँ , मेरे पिताजी की दुर्भाग्य से सड़क दुर्घटना हो गयी है, वे अभी हॉस्पिटल में एडमिट है।

मुझे उनकी चिंता हो रही है, उनकी देख-रेख करने के लिए मेरा वहां जाना अत्यंत आवश्यक है, अतः मुझे 15 दिनों की छुट्टी की अति आवश्यक है।

इसलिए मेरी आपसे प्रार्थना है कि मुझे दिनांक _ _ _ _ _ _ _ _ से _ _ _ _ _ _ _ तक 15 दिनों की छुट्टी देने की कृपा करें, मैँ आपका सदैव आभारी रहूँगा/रहूँगी।

धन्यवाद
विनीत
अनुपम कुमार वर्मा
(सिविल इंजीनियर)

स्वास्थ्य खराब होने पर छुट्टी के लिए प्रधानाचार्य को पत्र –

सेवा में,
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय
आपके विद्यालय का नाम
विद्यालय का पता

विषय – 6 दिन के लिए छुट्टी हेतु।

महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके स्कूल का कक्षा _ _ _ _ _ का छात्र / छात्रा हूं, कल सुबह को मुझे बुखार होने के कारण कक्षा में उपस्थित नहीं हो सका, डॉक्टर के अनुसार मुझे मलेरिया के लक्षण है, इसलिए डॉक्टर ने मुझे 6 दिनों तक आराम करने की सलाह दी है।

इसलिए मैँ विद्यालय में दिनांक _ _ _ _ _ _ से _ _ _ _ _ _ तक 6 दिनों की छुट्टी देने की कृपा करें, आपकी अति कृपा होगी।

धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य
अनुपम कुमार वर्मा
(यहां पर दिनांक लिखें)

अच्छी पुस्तकें पढ़ने हेतु छोटे भाई को पत्र –

“शीतला मंदिर” निवास
110 लेन नंबर 5
रायपुर मार्ग
बिजनौर
आज का दिनांक _ _ _ _ _
प्रिय भाई, सुमित
शुभाशीष !

मैंने 15 दिन पूर्व कूरियर द्वारा पाँच पुस्तकें भेजी थी, आशा है तुम्हें मिल गयी होंगी, परंतु छात्रावास में व्यस्तता के कारण तुम शायद उत्तर देना भूल गए।

ये पुस्तकें जीवन मूल्यों से संबंधित है, इसमें छोटी-छोटी रोचक और शिक्षाप्रद कहानियाँ है, ये कहानियाँ ईमानदारी, सत्यनिष्ठा, कर्तव्यपालन, मानवता और परोपकार आदि सद्गुणों का विकास करने वाली है।

विद्यार्थी जीवन में पाठ्य पुस्तकों के साथ-साथ इस प्रकार की चरित्र निर्माण करने वाली पुस्तकें अवश्य पढ़नी चाहिए , यही पुस्तकें मनुष्य को सच्चा मनुष्य बनाती है, इससे मनुष्य को अपने कर्तव्यों का ज्ञान और कर्म करने की प्रेरणा मिलती है और तुम अपने विद्यालय से भी ऐसी पुस्तकें लेकर पढ़ा करो।

पुस्तकें पढ़कर लिखना कि ये तुम्हें कैसी लगी।
तुम्हारा भाई
दीपांशु कुमार सावंत

प्रधानाचार्य को हिंदी दिवस आयोजित करने हेतु प्रार्थना पत्र –

सेवा में
प्रधानाचार्य जी
ज्ञान गंगा शिक्षा निकेतन
बाराबंकी
विषय – विद्यालय में हिंदी दिवस आयोजित करने के लिए।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि हम विद्यालय में हिंदी दिवस मनाना चाहते है, 14 सितंबर 1949 को… हिंदी को भारत की राजभाषा बनाया गया था, तब से यह हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

हम इस वर्ष कवि सम्मेलन का भी आयोजन करना चाहते है, इस आयोजन में चार चांद लगाने के लिए कृपया निम्नलिखित कवियों को निमंत्रित करने की कृपा करें –

श्री बाल मुकुंद 2. श्री अशोक सिवान 3. श्री राम विलास अग्रहरी 4. श्री जगजीवन साहनी 5. डॉ आरिफ़ अंसारी 6. श्री अरविन्द कुमार 7. डॉ वीरेंद्र गौतम 8. श्री आलोक नाथ जी

आशा ही नहीं हमें पूर्ण विश्वास है कि आप हमें हिंदी मनाने की पूर्ण अनुमति दे देंगे।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
राहुल कुमार शर्मा
(चीफ प्रॉक्टर)
कक्षा 10 (B)
आज का दिनांक _ _ _ _ _

धन मंगाने हेतु पिता को पत्र –

ज्ञान गंगा हायर सेकेंडरी स्कूल छात्रावास
सरदार पटेल चौक, रेलवे कालोनी
बुलन्दशहर
आज का दिनांक _ _ _ _
आदरणीय पिताजी
सादर प्रणाम !
कल ही आपका पत्र मिला, घर का समाचार मालूम हुआ।

आपसे अनुरोध है कि शीघ्र ही पाँच हजार रुपये भेजने का कष्ट करें, मुझे सर्दियों के लिए स्वेटर, ब्लेजर और मोजे खरीदने है, साथ ही त्रैमासिक फीस भी देनी है।

मैँ यहाँ मन लगाकर पूर्ण निष्ठा और लग्न से पढ़ाई कर रही हूँ, अभी मेरी तीसरी मासिक परीक्षा सम्पन्न हुई है, उसका परिणाम काफी अच्छा रहा है, आप हमारी पढ़ाई की बिल्कुल चिंता न करें।

माताजी को मेरा प्रणाम कहिएगा। अभी को मेरा प्यार करना भी मत भूलना।
आपकी प्यारी पुत्री
कुसुम दिवाकर

सफाई की व्यवस्था के लिए पत्र –

सेवा में,
श्रीमान् मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम, कानपुर।

महोदय,

निवेदन यह है कि राजेन्द्र नगर में सफाई की व्यवस्था बहुत खराब है। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं तथा नालियों में गंदा पानी रुका हुआ है। गंदगी के कारण इस क्षेत्र के निवासियों में बीमारियाँ फैलने का खतरा भी उत्पन्न हो गया है। अतः श्रीमान् जी से प्रार्थना है कि राजेन्द्र नगर में सफाई की समुचित व्यवस्था कराएँ। आपकी अति कृपा होगी। सधन्यवाद।

प्रार्थीगण –
नरेश, आशीष, सोमपाल, धर्मपाल आदि।
राजेन्द्र नगर, कानपुर ।
दिनांक-

Hindi Me Application Kaise Likhe इसके ये कुछ उदाहरण है, इसके बारे में आप इस यूट्यूब विडिओ के माध्यम से भी समझ सकते है –

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल –

हिंदी में आवेदन कैसे लिखा जाता है?

पत्र के द्वारा हम अपने शब्दों के माध्यम से पाने वाले व्यक्ति को अपना संदेश पहुंचाने का काम करते है, इसलिए पत्र में लेखक और पाठक के बीच आत्मीयता और सामीप्य (अपने शब्दों के माध्यम से समझ पाना) पत्र लेखन के द्वारा ही बनाया जा सकता है।

एप्लीकेशन कैसे लिखते हैं?

अपने दूर रहने वाले सगे-संबंधियों, परिचितों, रिश्तेदारों, सरकारी, गैर-सरकारी संस्थाओं को किसी न किसी कारण पत्र लिखना ही पड़ता है, पत्र लिखने के कुछ ऐसे नियम है जिसे हर विद्यार्थी को पता होने चाहिए, तो चलिए इन सारे नियमों के बारे में पढ़ते है –

कॉलेज में एप्लीकेशन कैसे लिखे हिंदी में?

अपने दूर रहने वाले सगे-संबंधियों, परिचितों, रिश्तेदारों, सरकारी, गैर-सरकारी संस्थाओं को किसी न किसी कारण पत्र लिखना ही पड़ता है, पत्र लिखने के कुछ ऐसे नियम है जिसे हर विद्यार्थी को पता होने चाहिए, तो चलिए इन सारे नियमों के बारे में पढ़ते है –

स्टूडेंट्स को एप्लीकेशन किस फॉर्मेट में लिखना होता है?

अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग फॉर्मेट में पत्रलिखे जाते है, इसलिए पत्र लिखने के कुछ ऐसे नियम है जिसे हर विद्यार्थी को पता होने चाहिए, तो चलिए इन सारे नियमों के बारे में पढ़ते है –

क्या अलग अलग कारणों के लिए अलग-अलग एप्लीकेशन लिखने होंगे ?

जी हाँ हर तरह की परिस्थिति के लिए अलग-अलग तरह के एप्लीकेशन फॉर्मेट बनाए गए है इसके साथ ही पत्र लिखने के कुछ ऐसे नियम है जिसे हर विद्यार्थी को पता होने चाहिए।

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Summary –

तो दोस्तों, Hindi Me Application Kaise Likhe (एप्लीकेशन कैसे लिखें) इसके बारे में यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं और यदि इस टॉपिक से जुड़ा आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे नीचे कमेन्ट बॉक्स में लिखना न भूलें, धन्यवाद 🙂