SSB Kya Hai? एसएसबी इन्टरव्यू की पूरी जानकारी, (3rd Best Jobs for Paramilitary)

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SSB Kya Hai? SSB Details in Hindi, SSB क्या है और SSB कैसे ज्वाइन करें?, SSB What is SSB?

देश की सेवा करना सबसे बड़ी सेवा मानी जाती है, अप चाहे किसी भी रूप में अपने देश को आगे बढ़ाने में योगदान दे रहे है तो आप देश सेवा ही कर रहे है।

लेकिन एक सैनिक के रूप में बात करें तो यह सबके लिए आसान नहीं होता है, एक सैनिक अपना सब कुछ देश के लिए न्यौछावर कर देता है।

और अगर सैनिक बनकर देश की सेवा करना चाहते है तो ऐसी बहुत सी परीक्षाएं है जो आपको अपने सपने को पूरा करने में मदद करती है, उन्हीं परीक्षाओं में से एक है SSB की परीक्षाएं, जो आपको एक सैनिक बनने के रास्ते तक ले जाती है।

Hello Friends, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर आज हम बात करने जा रहे है, SSB के बारे में, SSB क्या है? (SSB Kya Hai?) और SSB का मतलब क्या होता है?, SSB में जॉब करने के लिए कौन-कौन से परीक्षाएं आयोजित की जाती है, जानेंगे इन सारी बातों के बारे में, उम्मीद करता हूँ आपको यह पसंद आएगा।

SSB Kya Hai?, SSB क्या है? –

एसएसबी का फुल फॉर्म “सर्विस सिलेक्शन बोर्ड” (Services Selection Board) होता है, हिंदी में इसे “सेवा चयन बोर्ड” कहा जाता है। एसएसबी, भारतीय सशस्त्र बल में भर्ती होने वाले अधिकारियों के लिए इंटरव्यू आयोजित करने के लिए भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के द्वारा स्थापित किया गया है।

एसएसबी की संरचना नए अधिकारियों में क्वालिटीज जैसे- ऑफिसर, का परीक्षण करने के लिए डिजाइन किया गया है।

एसएसबी मूल्यांकन प्रणाली के मानकीकृत प्रोटोकॉल का प्रयोग करते हुए एक अधिकारी बनने के लिए उमीदवार की किसी पद के लिए योग्यता का मूल्यांकन करता है, इसके तहत उमीदवार के व्यक्तित्व, खुफिया परीक्षण और साक्षात्कार का परीक्षण किया जाता है।

SSB Ka Full Form in Hindi, SSB Kya Hai
SSB Ka Full Form in Hindi, SSB Kya Hai

SSB के मूल्यांकनकर्ताओं के पैनल में सशस्त्र बलों के अधिकारी, मनोवैज्ञानिक, जीटीओ और साक्षात्कार अधिकारी के रूप में अपनी विशेषज्ञता रखते है।

भारत में कुल मिलकर तेरह सेवा चयन बोर्ड है, इसमें चार बोर्ड भारतीय वायुसेना के लिए, चार बोर्ड भारतीय सेना के लिए और शेष पांच बोर्ड भारतीय नौसेना के लिए है।

एसएसबी उमीदवारों के लिए 5 से 6 दिनों तक चलने वाली मूल्यांकन प्रक्रिया है, जिसमें कई तरह के टेस्ट से उमीदवारों को गुजरना होता है, इसके बारे में हम आगे बात करेंगे, तो दोस्तों SSB Kya Hai इसके बारे में आपको जानकारी हो गयी होगी।

SSB की जरूरत क्यों पड़ी? –

साल 1962 में चीन से हुए युद्ध के बाद यह अनुभव किया गया कि सीमाओं की सुरक्षा केवल बंदूकधारी जवानों के द्वारा नहीं की जा सकती बल्कि इसके लिए एक स्वप्रेरित सीमावर्ती जनता का सहयोग अति आवश्यक है।

जिसके बाद विशेषता प्राप्त एक गैर पारंपरिक संगठन की जरूरत महसूस हुई, जिसकी मदद से दूर-दराज के असुरक्षित और विपरीत इलाकों में कार्य करते हुए विभिन्न राज्यों की सीमावर्ती जनता को प्रेरित कर राष्ट्र की सुरक्षा में योगदान दे सके ।

सीमावर्ती इलाकों की रक्षा –

SSB यानि “विशेष सेवा ब्यूरो” की स्थापना मार्च 1963 में, दूर के सीमावर्ती इलाकों में युद्ध के समय ”स्टे बिहाइंड रोल” की भवन के द्वारा ‘सम्पूर्ण सुरक्षा” की तैयारी को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया।

उत्तर प्रदेश के पहाड़ी इलाकों (अब उत्तराखण्ड), हिमाचल प्रदेश, दक्षिण असम, दक्षिण बंगाल, जम्मू व कश्मीर के इलाकों तथा पंजाब के कुछ भागों में प्रारम्भ की गई।

समय के उपरांत “विशेष सेवा ब्यूरो” का कार्य क्षेत्र मणिपुर, त्रिपुरा और जम्मू (1965) मेघालय (1975), सिक्किम (1976), राजस्थान (1985), दक्षिण बंगाल, नागालैण्ड और मिजोरम (1989) में भी फैल गया और इसके अंतर्गत 15 राज्य शामिल हो गये।

कुल लगभग 80,000 गांवों में निवास करने वाली 5.73 करोड़ की जनसंख्या और 9917 किलोमीटर अंतराष्ट्रीय सीमा की रक्षा का दायित्व पूर्व काल में SSB को सौंपा गया था।

SSB का प्रमुख कार्य लोगों में राष्ट्रीयता की भावना और सतर्कता उत्पन्न करना था, इस क्रम में एसएसबी ने कुल लगभग 2 लाख स्वयं सेवकों को प्रशिक्षित किया जो संगठन के ज्ञान के नेत्र बनकर पूरी लगन से अपना कार्य करते रहे।

सीमावर्ती इलाकों के ग्रामीणों का विकास –

केंद्र सरकार और राज्य सरकार के संसाधनों को समाहित करके SSB के द्वारा सीमावर्ती इलाकों में रहने वाली जनता के जीवन स्तर को सुधारने का कार्य किया गया।

सीमावर्ती इलाकों में रहने वाली जनता ने सड़कों की मरम्मत करने, नालियां और पुल बनवाने, पानी के पाइप डालने, खेल का मैदान, सार्वजिनक शौचालय बनवाने, टैंक और कुएं साफ करने, सामूदायिक केंद्र और स्कूल की इमारत के निर्माण हेतु अपना सहयोग प्रदान किया।

SSB कार्मिकों ने गाँव वालों को उनके घर पर ही अलग-अलग योजनाओं का लाभ पहुंचाया, ग्राम वासियों के साथ रहकर उनकी रोजाना की समस्याओं को सुलझाया।

लोगों की एकता अखंडता और आर्थिक विकास पर जोर दिया, ग्रामवासियों को छोटे हथियारों के प्रयोग का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मरक्षा में दक्ष बनाया गया। एस.एस.बी. ने उन स्थानों की सीमावर्ती जनता को चिकित्सा सुविधा आम जन तक पहुंचाने का करने का संकल्प लिया जहां प्राथमिक स्वास्थय केंद्राे का अभाव था।

यह कदम सरकार के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध हुआ क्योंकि सीमावर्ती जनता को यह विश्वास हो गया कि भारतीय गणराज्य का अंग बनना लाभ का सौदा है। साल 1998 तक एस.एस.बी. के प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मी औसतन 16 लाख मरीजों का इलाज प्रतिवर्ष कर रहे थे।

इसी साल एस.एस.बी. ने पशुधन पर अपनी जीविका के लिए निर्भर ग्रामीण जनता के लिए पशुचिकित्सा सेवा का प्रारम्भ किया। एस.एस.बी. के पशुचिकित्सा कर्मियों ने पांच लाख पशुधन का इलाज, दूर-दराज के इलाकों में कैम्प लगाकर किया।

आपातकाल में सहायता प्रदान करना –

SSB ने प्रत्यक्ष व परोक्ष दोनों रूप में अपनी भूमिकाओं का निर्वहन आदर्शात्मक रूप में करते हुए ‘जनता के मित्र’ के रूप में स्वयं को स्थापित किया जो सेवा, सुरक्षा, बंधुत्व के आदर्श वाक्य से प्रेरित था। जब भूकंप, बादल फटने, बाढ़ भूस्खलन के रूप में महामारी या आपदा आयी तो SSB ने सबसे पहले सीमावर्ती जनता की रक्षा की।

एस.एस.बी. यह दावा कर सकती है कि महिलाओं के सशक्तीकरण और उद्दार करने वाला सबसे पहला बल था जिसने हथियारों का प्रशिक्षण देकर जागरूकता उत्पन्न करने वाले कार्यक्रमों और विकासात्मक कार्याें द्वारा आम जन को आत्मनिर्भर बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

एस.एस.बी. ने अपने कार्य क्षेत्रों में सामाजिक ताने-बाने को सुद्रढ़ करते हुए, राष्ट्र के धर्मनिरपेक्ष परिवेश को अलंकृृत कर नवजीवन प्रदान किया, अरूणाचल प्रदेश में हिंदी के प्रचार का श्रेय एस.एस.बी. को जाता है।

एस.एस.बी. ने अपने कार्यों और अथक प्रयासों द्वारा कई युवाओं को न केवल विघटनकारी ताकतों के हाथों में जाने से बचाया अपितु उन्हें मादक पदार्थो और गलत आदतों के फंदे से भी छुड़याा।

आज के समय में SSB (SSB Kya Hai) हमारे देश के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी निभा रही है।

एस.एस.बी. में कौन-कौन से पद होते है? –

एस.एस.बी. में मौजूद पद कुछ इस प्रकार है, इनका क्रम शक्ति के बढ़ते हुए क्रम में दिया गया है –

कॉन्स्टेबल, हेड कॉन्स्टेबल, अससिस्टेंट सब इन्स्पेक्टर, सब इन्स्पेक्टर, इन्स्पेक्टर, अससिस्टेंट कमांडेंट, डिप्टी कमांडेंट, सेकंड इन कमांड, कमांडेंट, डिप्टी डायरेक्टर जनरल, इन्स्पेक्टर जनरल, स्पेशल डायरेक्टर जनरल और डायरेक्टर जनरल के पोस्ट होते है।

SSB को कैसे ज्वाइन करें? –

एनडीए, आईएनईटी, सीडीएस, टीए और एएफसीएटी जैसी लिखित परीक्षाओं को पास करने वाले उम्मीदवारों को संबंधित सैन्य बोर्डों द्वारा एस.एस.बी. साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है।

इसमें शॉर्टलिस्ट की गई सीधी प्रविष्टियां – यूईएस, टीईएस, टीजीसी, एसएससी टेक आदि प्राप्त करके एस.एस.बी. साक्षात्कार के लिए भी उपस्थित हो सकते हैं।

एस.एस.बी. के पदों के लिए योग्यता कितनी होनी चाहिए? –

अलग-अलग पदों के लिए यहाँ पर अलग-अलग एजुकेशन क्वालिफ़िकेशन और शारीरिक दक्षता की जरूरत पड़ती है।

एस.एस.बी. में जाने के लिए कम से कम योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से ‘हाईस्कूल’ कम से कम 35% अंकों के साथ पास होना अनिवार्य है, यह योग्यता इसके सबसे निचले पद के लिए है।

जबकि हेड कांस्टेबल के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12th यानि इन्टरमीडिएट होना अनिवार्य है, इससे कम क्वालिफ़िकेशन होने पर आप हेड कांस्टेबल या इसके ऊपर के पद के लिए अप्लाइ नहीं कर सकते है।

जैसे-जैसे ऊपर के पोस्ट के ओर जाते है, उसके अनुसार एजुकेशन क्वालिफ़िकेशन और शारीरिक दक्षता के मापदंड भी बढ़ते जाते है।

SSB Ka Full Form in Hindi, SSB Kya Hai
SSB Ka Full Form in Hindi, SSB Kya Hai

एस.एस.बी. कॉन्स्टेबल कैसे बनें? –

कांस्टेबल के अंतर्गत Laboratory Assistant, Cook, Veterinary, Safaiwala, Ayah, Carpenter, Plumber, Painter, Driver, Tailor, Cobbler, Gardner, Washerman, Barber, Water Carrier and Waiter आदि पद आते है।

एस.एस.बी. कॉन्स्टेबल की ज्यादातर वैकेंसी SSC GD के द्वारा निकाली जाती है, और इन दोनों की नियुक्ति के तरीके लगभग एक समान ही है, यह जॉब ग्रुप ‘C’ के अंतर्गत आती है, जब भी SSC GD की कोई वैकेंसी आती है तो उसे अप्लाइ करना होता है।

इसके बाद जितने लोगों ने फॉर्म भरे है, सभी को एडमिट कार्ड जारी किये जाते है, जब आपका एडमिट कार्ड आ जाता है तो उसके 4 से 5 दिन के भीतर परीक्षा होती है।

इस लिखित परीक्षा में सामान्य ज्ञान, गणित, रिजनिंग और हिंदी या अंग्रेजी से सवाल पूछे जाते है।

इस परीक्षा में कुल 100 सवाल होते है, जो कि हर विषय से कुल 25 सवाल शामिल किये जाते है, जिसको हल करने के लिए 90 मिनट का समय, अभ्यर्थियों को दिया जाता है।

यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का भी नियम है, प्रत्येक गलत जवाब पर 1/4 की नेगेटिव मार्किंग रहती है।

उम्र सीमा –

एस.एस.बी. कॉन्स्टेबल के लिए अभ्यर्थियों की उम्र सीमा 18 से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

शारीरिक दक्षता –

जब आप इसकी लिखित परीक्षा को पास कर लेते है तो आपको दौड़ पास करनी होती है, जो कि कुछ इस प्रकार से है –

पुरुष अभ्यर्थी को 5 किलोमीटर की दौड़ को 24 मिनट में पूरी करनी होती है और वहीं महिला अभ्यर्थी को 1600 मीटर की दौड़ को 8 मिनट 30 सेकेंड में पूरा करने का मौका दिया जाता है।

इसके साथ ही इसमें

S. N.शारीरिक दक्षता सीमा
1.Long Jump पुरुष 11 feet
2.Long Jump महिला अभ्यर्थी 9 feet
3.High Jump पुरुष 3.5 feet
4.High Jump महिला अभ्यर्थी 3 feet

जब आप इसके लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता को पार कर लेते है तो अभ्यर्थियों का मेडिकल किया जाता है।

इस प्रक्रिया में अभ्यर्थी के पूरे शरीर की गहन जांच की जाती है, और जब आप इन तीनों चीजों को पास कर लेते है तो सभी की एक मेरिट लिस्ट बनती है।

इस लिस्ट में क्वालिफ़ाई करने वाले अभ्यर्थियों को 52 हफ्ते की ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है, इसके बाद जब आप 52 हफ्ते की ट्रेनिंग पूरी कर लेते है तो एक महीने की छुट्टी दी जाती है और एक महीने के बाद आपको जॉइनिंग दे दी जाएगी।

सैलरी –

एस.एस.बी. कॉन्स्टेबल की सैलरी 21,700 रुपये से शुरू होकर 69,100 तक रहती है, जब आप एस.एस.बी. कॉन्स्टेबल बंटे है तो उस समय सैलरी 21,700 रुपये होती है, इसके बाद जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ता है।

पी स्केल के हिसाब से आपकी सैलरी भी बढ़ती जाती है, एस.एस.बी. कॉन्स्टेबल की नियुक्ति भारत-नेपाल बॉर्डर या भारत-भूटान बॉर्डर पर ही की जाती है।

SSB Ka Full Form in Hindi, SSB Kya Hai
SSB Ka Full Form in Hindi, SSB Kya Hai

एस.एस.बी. हेड कांस्टेबल कैसे बनें? –

एस.एस.बी. हेड कांस्टेबल की रैंक, कांस्टेबल से ऊपर होती है, इसकी सलेक्शन प्रक्रिया चार चरणों में की जाती है और जिसमें PET/PST, Exam, Skil Test (Typing) और DV (Document Verification) होते है.

नीचे इसकी सारी चरण बद्ध प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गयी है –

पहला चरण PET/PST –

PET (Physical Efeciency Test) इस टेस्ट में अभ्यर्थियों के दौड़ का परीक्षण किया जाता है, पुरुष और महिला अभ्यर्थियों के लिए इसमें अलग-अलग मापदंड तय किये गए नीचे इस टेबल में इसके बारे में जानकारी दी गयी है।

S.N.TypeMaleFemale
1.Racing1.6 KM दौड़ना है 6 मिनट 30 सेकंड में 800 मीटर दौड़ना है 4 मिनट में

PST – जो भी अभ्यर्थी PET को पास कर जाते है, उन्हें अगले चरण PST के लिए भेजा जाता है, इसमें Ex Serviceman भी शामिल है यदि वे भी PET को पास करते है तभी उन्हें PET के लिए आगे भेजा जाता है।

PET टेस्ट में मुख्यतः अभ्यर्थी की लंबाई का परीक्षण किया जाता है, साल 2020 में SSB Head Constable (Ministerial) की भर्ती प्रक्रिया में कुछ इस तरह से शारीरिक दक्षताएं पास करने के लिए रखी गयी थी।

Head Constable (Ministerial)DescriptionMinimum Height in Cms.Chest in Cms.
1.For all candidates except Candidates Mentioned in Sl. No. (2.) & (iii)Male – 165 cm
Minimum-77 cm (Minimum expansion-5 cm)
Female – 155cmNot applicable
2. For Nagaland, Arunachal Pradesh, Manipur, Himachal Pradesh, Tripura, Mizoram, Garhwalis, Kumaonis, Gorkhas, Dogras, Marathas, and candidates belonging to the States of Sikkim, Meghalaya, Assam, UT Jammu, and Kashmir and UT Ladakh (erstwhile state of Jammu & Kashmir) All candidates belonging to Scheduled Tribes categories.Male – 162.5 cmMinimum-77 cm (Minimum expansion-5 cm)
Female – 150 cm Not applicable
3. All candidates belong to the Scheduled Tribes categories.Male – 162.5 cmMinimum-77 cm (Minimum expansion-5 cm)
Female – 150 cm Not applicable

यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है कि दौड़, लंबाई, वजन के नंबर नहीं मिलते है, इसे केवल क्वालिफ़ाई करना होता है, आपका वजन लंबाई और उम्र के हिसाब से एक अनुपात में होना चाहिए।

नीचे इस पीडीएफ़ में आपको सबसे अंत में इसके बारे में जानकारी दी गयी है कि पैमाने के अनुसार किसी अभ्यर्थी का वजन उम्र के अनुसार कितना होना चाहिए।

दूसरा चरण (Exam) –

PET/PST को पास करने के बाद सफल हुए अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड जारी किये जाएंगे, जिसके बाद उन्हें प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया से होकर गुजरना होगा।

ये परीक्षा चार भागों में विभाजित होगी इसमें अलग-अलग विषयों से कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे, यह प्राशन पत्र कुल 100 अंकों का होगा।

SSB HCM Exam Pattern –

S.N.SubjectsQuestionsMarksTime
1.General Knowledge 2525
2.Mathletics 2525
3.Reasoning 2525
4.General English/General Hindi2525
Total100100120 Minutes

इस परीक्षा को पास करने के लिए मिनिमम क्वालिफ़ाइंग मार्क्स लाने जरूरी है, जो कि इस प्रकार है – सामान्य वर्ग, EWS, OBC और Ex-Servicemen के लिए कम से कम 50% नंबर लाना अनिवार्य है और SC/ST के लिए कम से कम 45% नंबर लाने जरूरी है।

तीसरा चरण (Skil Test) –

दूसरे चरण में पास हुए अभ्यर्थियों को प्राप्त हुए नंबर के आधार पर मेरिट बनाई जाती है और इसमें शॉर्ट हर कैटगरी से सीट के अनुसार 15 गुना अधिक अभ्यर्थियों को शॉर्ट लिस्ट किया जाता है।

स्किल टेस्ट के अंतर्गत अभ्यर्थी की टाइपिंग कौशल का परीक्षण किया जाता है, हिंदी या इंग्लिश किसी भी भाषा में अभ्यर्थी इसे अपने अनुसार चुन सकते है।

इंग्लिश में 35 Word/Minute की स्पीड होनी चाहिए और हिंदी में 30 शब्द/प्रति मिनट की स्पीड होनी चाहिए, टाइपिंग का कौशल केवल क्वालिफ़ाइंग टेस्ट होता है इसके नंबर नहीं दिए जाते है।

चौथा चरण (Document Verification and Medical Test) –

इस चरण में सफल हुए अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन और मेडिकल टेस्ट होता है, चौथे चरण में अभ्यर्थियों की संख्या कुल वैकेंसी का 3 गुना चयन किया जाता है।

डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के समय आपको सभी डॉक्यूमेंट वेरफाइ कराने होते है यदि आप रिजर्वेशन कोटे से है तो उससे जुड़े डॉक्यूमेंट (जाति प्रमाण पत्र), आइडी कार्ड इत्यादि जो भी नोटिफिकेशन में दिया गया है उसे प्रस्तुत करना होता है।

SSB के परीक्षा केंद्र पूरे भारत में मौजूद है आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी परीक्षा केंद्र का चुनाव कर सकते है।

एसएसबी हेड कॉन्स्टेबल के बारे में ये सारी जानकारी, 2021 में आई हेड कॉन्स्टेबल मिनिस्ट्रीयल रिक्रूटमेंट के अनुसार बताई गयी है, हो सकता है कि भविष्य में आने वाले इसके अन्य पदों के लिए थोड़ा बहुत बदलाव संभव हो।

इसलिए किसी वैकेंसी के बारे में उसके नोटिफिकेशन के माध्यम से डिटेल्स में जानकारी ले सकते है, इस वैकेंसी के बारे में ऑफिसियल नोटिफिकेशन को यहाँ से डाउनलोड कर सकते है। (SSB Kya Hai)

Download

SSB Ka Full Form in Hindi, SSB Kya Hai
SSB Ka Full Form in Hindi, SSB Kya Hai

SSB ऑफिसर कैसे बनें? –

एसएसबी का इंटरव्यू भारत सरकार के द्वारा कराया जाता है, सेना में कमीशन ऑफिसर बनने के लिए यह एक कठिन चयन प्रक्रिया है।

इसके पीछे उद्देश्य यह है कि जो भी अभ्यर्थी भविष्य में अधिकारी के पद पर आसीन होंगे वह मजबूत और तेज दिमाग के साथ विपरीत परिस्थियों में फैसले ले पाने में सक्षम हो।

एसएसबी इंटरव्यू कब दे सकते है? –

एनडीए, आईएनईटी, सीडीएस, टीए और एएफसीएटी, TES Entry या NCC Entry जैसी लिखित परीक्षाओं को पास करने वाले उम्मीदवारों को संबंधित सैन्य बोर्डों द्वारा एस.एस.बी. साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है।

एसएसबी इंटरव्यू पूरे पाँच दिन तक चलने वाली प्रक्रिया है, जिसमें लगातार पाँच दिन तक आपका अलग-अलग विषयों से जुड़ा इंटरव्यू होता है और इसके बाद मेडिकल होता है जिसके बाद आप सेना में ऑफिसर के पद पर भर्ती होते है।

नीचे इस इंटरव्यू के बारे में जानकारी दी गयी है –

SSB इंटरव्यू दो भागों में विभाजित होता है, जिसमें पहला भाग है Part – I और दूसरा भाग Part – II होता है।

Day 0 (Reporting) –

जब आप लेटर के अनुसार दिए गए तय समय पर पहुंचते है तो वहाँ पर आपको रिपोर्टिंग करना होता है।

उम्मीदवारों को आमतौर पर बोर्ड के एक अधिकारी द्वारा स्टेशन पर प्राप्त किया जाता है और वहां से अभ्यर्थियों को सेना के सरकारी वाहन से चयन केंद्र में ले जाया जाता है।

उम्मीदवारों के आ जाने के बाद, एक ‘शुरुआती पता’ होता है, जहां बोर्ड का एक अधिकारी अगले 5 दिनों के लिए उम्मीदवारों को उनके ठहरने की पूरी जानकारी देता है।

दस्तावेज़ सत्यापन इसके बाद होता है जब उम्मीदवारों के मूल दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है।

इसके बाद सभी अभ्यर्थियों को एक चेस्ट नंबर दिया जाता है, यहां पर कैंडीडेट को उसके नाम से नहीं बल्कि उसके चेस्ट नंबर से जाना जाता है।

कुछ बोर्डों (विशेष रूप से वायु सेना) में रिपोर्टिंग दिवस को एसएसबी का दिन 1 माना जाता है और परीक्षण उसी दिन शुरू होता है। (SSB Kya Hai)

रिपोर्टिंग के दिन दी आपसे एक फॉर्म भरवाया जाता है जिसे PIQ Form (Personal Information Queries) कहते है, इस फॉर्म में आपसे जुड़ी साधारण सी चीजें ही पूछी जाती है।

जैसे आपका नाम, पिता का नाम, आपके व्यक्तित्व से जुड़ी चीजें, आपकी हॉबी, आपके फ्रेंड से जुड़ी जानकारी भरनी होती है। इस फॉर्म का महत्व उस दिन होता है जिस दिन आपका पर्सोनल इंटरव्यू टेस्ट होता है, क्योंकि उस समय आपके सामने जो ऑफिसर होगया वह आपके इसी फॉर्म को लेकर आपसे सवाल पूछते है।

Day 1 (Screening)

पहले दिन अभ्यर्थियों का स्क्रीनिंग प्रोसेस होता है, जिसमें अभ्यर्थियों का स्क्रीनिंग टेस्ट होता है और जो कैंडीडेट इसमें पास हो जाते है, तो वह दूसरे दिन के लिए पास हो जाते है और जो बच्चे इसमें फेल हो जाते है, उनको बाहर कर दिया जाता है।

एसएसबी इंटरव्यू के पूरे प्रोसेस में अभ्यर्थी केवल दो दिन ही बाहर हो सकते है पहले दिन या आखिरी दिन।

पहले दिन में ‘ऑफिसर इंटेलिजेंस रेटिंग टेस्ट’ शामिल होता है जिसमें दो टेस्ट शामिल है

पहला – ऐप्टिटूड टेस्ट
दूसरा – मौखिक और गैर-मौखिक परीक्षण

इस दिन का दूसरा टेस्ट है – Picture Perception & Discussion Test (PP&DT)

इस टेस्ट में 30 सेकंड की समयावधि के लिए एक ब्लर इमेज प्रदर्शित की जाती है और उम्मीदवारों को इसके विवरण जैसे लिंग, आयु और पात्रों की मनोदशा, उनके द्वारा की गई कार्रवाई को नोट करना होगा।

फिर उम्मीदवार 4 मिनट की समय सीमा में उस छवि के आधार पर एक कहानी बनाते हैं।

इसके बाद उम्मीदवारों के एक ग्रुप में बाँट दिया जाता है, जिसमें 10 से 15 बच्चे एक ग्रुप में होते है।

इसके बाद Discussion Test में बच्चों का ग्रुप और उनके साथ तीन ऑफिसर बैठते है, जिसमें इंटरव्यू ऑफिसर, साइकोलॉजी और जीटीओ यानि ग्रुप टास्क ऑफिसर होते है।

और इसके बाद बच्चों का एक ग्रुप डिस्कशन होता है, जिसमें कोई स्टोरी चुनकर उसपर चर्चा करनी होती है।

इस टेस्ट के बाद रिजल्ट बताया जाता है और जो बच्चे इसमें पास हो जाते है उन्हे रोक लिया जाता है और जो बच्चे फेल हो जाते है उन्हे टेस्ट से बाहर कर दिया जाता है।

Day 2 (Psychology Test) –

एसएसबी के दूसरे दिन साइकोलॉजी टेस्ट होता है, जिसमें नीचे ये कुछ टास्क है जो लिए जाते है –

Thematic Apperception Test (TAT) –

उम्मीदवारों को 12 चित्र दिखाए जाते हैं (1 रिक्त सहित) और फिर उन्हें प्रत्येक पर 4 मिनट के लिए एक कहानी लिखनी होती है। प्रत्येक उम्मीदवार की स्वाभाविक प्रतिक्रिया को मापने के लिए समय सीमा लगाई गई है।

Word Association Test (WAT) –

प्रत्येक उम्मीदवार के सामने 60 शब्द 15 सेकंड के लिए प्रदर्शित किए जाते हैं और उम्मीदवारों को एक वाक्य लिखने की आवश्यकता होती है जो शब्द को देखकर उनके दिमाग में आता है।

Situation Reaction Test (SRT) –

60 वास्तविक जीवन स्थितियों वाले उम्मीदवारों को एक पुस्तिका दी जाती है और उम्मीदवारों को उन स्थितियों पर अपनी प्रतिक्रियाएँ लिखनी होती हैं, इस अभ्यास की कुल अवधि 30 मिनट है, साइकोलॉजी में SRT टेस्ट एक महत्वपूर्ण टेस्ट होता है।

Self-Description Test (SDT) –

इसमें यह टेस्ट किया जाता है कि आपके माता-पिता, आपके दोस्त, रिश्तेदार आपके बारे में कैसा सोचते है, आप खुद को कैसे देखते है और आने वाले समय में खुद को कहां देखना चाहते है।

Day 3 (Group Testing – I)

Group Discussion –

इस टेस्ट में उमीदवारों को दो टॉपिक दिए जाते है जिसमें से एक टॉपिक चुनना होता है और उसी टॉपिक पर डिस्कस होता है।

Group Planning Exercise (GPE) –

इस टेस्ट में ग्रुप प्लानिंग दे दी जाती है, इसमें यह टेस्ट किया जाता है कि आप किस तरह से लोगों को साथ लेकर चलते है, किस तरह से काम करते है।

Progressive Group Task (PGT) –

PGT टेस्ट एक मजेदार टेस्ट है और यह 40 मिनट की परीक्षा है जिसमें आपको स्टार्ट लाइन से फिनिश लाइन तक पहुंचना होता है।

इससे जुड़े उपकरण आपको दिए जाते है, यह टेस्ट उसी समय देखकर समझ सकते है।

Group Obstacle Race (GOR) –

यह टेस्ट आपको अपने ग्रुप की मदद से पार करनी होती है, इसके बारे में सारे निर्देश आपको टेस्ट के समय पता चल जाते है।

Half Group Task (HGT) –

Half Group Task में जितने भी आपके ग्रुप है सभी ग्रुप को दो भागों में बाँट दिया जाता है, इसके साथ भी आपको जो टास्क दिए जाते है वह आसान होते है।

इस टेस्ट का उद्देश्य यह होता है कि कम संसाधन में आप खुद को किस तरह से सर्वाइव कर सकते है।

Day 4 (Group Testing – II) –

इंटरव्यू के चौथे दिन लिए जाने वाले टेस्ट कुछ इस प्रकार से है –

Lecturette –

प्रत्येक उम्मीदवार को 4 विषयों के साथ प्रस्तुत किया जाता है, जिसमें से उसे एक को चुनना होता है और 3 से 5 मिनट तक की समय अवधि के लिए उस पर बोलना होता है।

जब आपको टॉपिक दिए जाते है तो उसपर सोचने के लिए तीन मिनट का समय भी दिया जाता है, इसे आपको अंग्रेजी भाषा में बोलना होता है।

Individual Obstacles (IO) –

प्रत्येक उम्मीदवार को 3 मिनट की समयावधि में 10 दी गई बाधाओं को दूर करने की आवश्यकता होती है, इसके लिए 3 मिनट दिए जाते है, जिन्हें कठिनाई स्तर के आधार पर 1-10 से चिह्नित किया जाता है।

Command Task (CT) –

प्रत्येक उम्मीदवार को कमांडर बनाया जाता है और उसे एचजीटी के समान एक बाधा दी जाती है जिसे उसे अपने अधीनस्थों की मदद से दूर करने की आवश्यकता होती है।

इस टेस्ट के पीछे यह उद्देश्य है कि क्या आप सही ढंग से कमांड कर पा रहे है या नहीं, किस तरह से गाइड कर रहे है, दूसरों से काम लेना काफी मुश्किल होता है, इस टेस्ट के माध्यम से अभ्यर्थी की इन्हीं विशेषताओं का परीक्षण किया जाता है।

इस टेस्ट में आप अपने ग्रुप में से दो कैंडीडेट को चुन सकते है, इसके साथ आपको प्रॉब्लम दी जाएगी और उस समस्या को 10 मिनट के अंदर हल करना होगा, इसके साथ ही कुछ चीजें भी दी जाती है जिसको अपने तार्किक क्षमता के अनुसार प्रयोग करके समस्या को साल्व करना होता है।

Final Group Task (FGT) –

इस टेस्ट में एक बड़ा लक्ष्य दिया जाएगा और उसके लिए अधिक समय भी दिया जाता है, पूरे समूह को फिर से संगठित किया जाता है और निर्धारित समय में पीजीटी के समान सौंपे गए कार्य को पूरा करने की आवश्यकता होती है।

Personal Interview –

व्यक्तिगत साक्षात्कार आम तौर पर संबंधित दैनिक कार्यों को पूरा करने के बाद दिन 2, 3 और 4 के दौरान काभी भी आयोजित किए जा सकते हैं।

साक्षात्कार आमतौर पर रोज़मर्रा के अनुभवों, काम, शिक्षा, परिवार, शौक, शिक्षा में उपलब्धियों, सामान्य जागरूकता आदि से संबंधित होते हैं।

Day 5 (Conference) –

पाँचवाँ दिन इस टेस्ट का सबसे आखिरी दिन होता है, इसी दिन अभ्यर्थियों को उनके रिजल्ट बताए जाते है।

अंतिम दिन एक कॉन्फ्रेंस में सभी अभ्यर्थियों को बिठाया जाता है और इसमें SSB के सभी बोर्ड मेम्बर भी होटे है और इसमें अभ्यर्थियों से उनके पाँच दिन के इंटरव्यू के बारे में पूछा जाता है।

अभ्यर्थी अपने अनुभव शेयर कर सकते और इंटरव्यू में क्या बदलाव किये जा सकते है इसके बारे में भी सुझाव मांगे जाते है। (SSB Kya Hai)

यह सारी प्रक्रिया कुछ देर चलती है जिसके बाद रिजल्ट की घोषणा की जाती है, जो अभ्यर्थी इसमें पास हो जाते है उन्हें उस दिन रुकना होता है आगे मेडिकल और अन्य कार्यों के लिए और जो अभ्यर्थी इसमें फेल हो जाते है उन्हें वापस भेज दिया जाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल –

एसएसबी इंटरव्यू 5 दिनों तक चलने वाली चयन प्रक्रिया होती है, इन 5 दिनों में अभ्यर्थी के 80% मानसिक साक्षरता तथा 20% शारीरिक फिटनेस की परीक्षा ली जाती हैं। 

SSB सिक्किम, उत्तराखंड, असम यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल और अरुणाचल प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर फैला हुआ है। एसएसबी के कर्तव्यों का वर्तमान चार्टर है: i. भारत की निर्दिष्ट सीमाओं की सुरक्षा की रक्षा करना और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देना।

एसएसबी इंटरव्यू 5 दिनों तक चलने वाली चयन प्रक्रिया होती है, इन 5 दिनों में अभ्यर्थी के 80% मानसिक साक्षरता तथा 20% शारीरिक फिटनेस की परीक्षा ली जाती हैं। 

एसएसबी, भारतीय सशस्त्र बल में भर्ती होने वाले अधिकारियों के लिए इंटरव्यू आयोजित करने के लिए भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के द्वारा स्थापित किया गया है।

एसएसबी की संरचना नए अधिकारियों में क्वालिटीज जैसे- ऑफिसर, का परीक्षण करने के लिए डिजाइन किया गया है।

एसएसबी का फुल फॉर्म (SSB Ka Full Form) “सर्विस सिलेक्शन बोर्ड” (Services Selection Board) होता है, हिंदी में इसे “सेवा चयन बोर्ड” कहा जाता है।

SSB के इंटरव्यू के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इस विडिओ को देख सकते है –

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