Army Ka Full Form | आर्मी का फुल फॉर्म | आर्मी क्या है? | आर्मी में करियर कैसे बनाएं? | How to Make Career in Army | आर्मी में कैसे जाएं? | बीएसएफ और आर्मी में क्या अंतर होता है? | फौजी और पुलिस में क्या अंतर है?
जब भी हमारे मन में सेना के लिए कोई भी ख्याल मन में आता है तो हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है, किसी भी देश की सेना न सिर्फ उसकी बाहरी खतरों से सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि आर्मी में लोगों को जीवन जीने के उन तौर तरीकों के बारे में सिखाया जाता है जो किसी भी व्यक्ति के समुचित विकास के लिए बेहद जरूरी है।
Hello Friends, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर आज हम बात करने जा रहे है, आर्मी के बारें में आर्मी क्या है? आर्मी का फुल फॉर्म क्या होता है? (Army Ka Full Form) आर्मी में करियर कैसे बनाएं? साथ ही इससे जुड़े महत्वपूर्ण फैक्ट्स के बारे में उम्मीद करता हूँ आपको यह पसंद आएगा।
आर्मी किसे कहते है? (Army Kya Hai) –
सेना या फ़ौज (अंग्रेजी में Army) किसी देश या उसके नागरिकों या फिर किसी शासन-व्यवस्था और उस से सम्बन्धित लोगों के हितों व ध्येयों को बढ़ाने और प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से बाहरी आक्रमण उनकी सुरक्षा के लिये घातक बल-प्रयोग की क्षमता रखने वाला सशस्त्र संगठन होता है।
सेना का काम देश व नागरिकों की रक्षा करना, उनके शत्रुओं पर प्रहार करना और शत्रुओं के प्रहारों का मुंहतोड़ जवाब देना और उन्हें खदेड़ देना होता है, अलग-अलग व्यस्थाओं में सेना की ज़िम्मेदारियाँ भी अलग-अलग होती हैं।
बीते इतिहास में सेना का इस्तेमाल विषेश राजनैतिक विचारधाराओं को बढ़ावा देने, व्यापारिक हितों और कम्पनियों को लाभ कराने, इमारतों व सड़कों का निर्माण करने, जनसंख्या-वृद्धि को रोकने, आपातकालीन बच-बचाव करने, सामाजिक रीतियों में भाग लेने और विषेश स्थनों पर पहरा देने के लिये भी किया जाता रहा है।
इतिहास के पन्ने में देखें तो व्यावसायिक रूप से सैनिक बनने की परम्परा इसके लिखित इतिहास से पुरानी है।
भारतीय सेना (Indian Army) –
भारत की सेनाएं भारत की तथा इसके प्रत्येक भूभाग की सम्पूर्ण सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है, भारत की शस्त्र सेनाओं की सर्वोच्च कमान भारत के राष्ट्रपति के पास है, भारतीय सेना के प्रमुख कमांडर भारत के राष्ट्रपति (President) हैं।
14 लाख से अधिक सक्रिय सैन्य कर्मियों की ताकत के साथ, भारतीय सेना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य बल है।
भारत राष्ट्र की रक्षा का दायित्व मंत्रिमंडल के पास होता है, तथा इसका निर्वहन रक्षा मंत्रालय के द्वारा किया जाता है, जो सशस्त्र बलों को देश की रक्षा के संदर्भ में उनके दायित्व के निर्वहन के लिए नियम और कानूनी रूपरेखा और जानकारियां प्रदान करता है।
भारतीय शस्त्र सेना में तीन प्रभाग हैं, जो भारतीय जलसेना, भारतीय थलसेना और भारतीय वायुसेना के रूप में जाने जाते है।
तीनों सेनाओं में, भारतीय तटरक्षक बल, भारतीय सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक संगठनों (असम राइफल्स, और स्पेशल फ्रंटियर फोर्स) और विभिन्न अंतर-सेवा आदेशों और संस्थानों में इस तरह के सामरिक बल कमान अंडमान निकोबार कमान में एक साथ पारस्परिक रूप से काम कर रहे हैं।
इन सबके अतिरिक्त भारतीय सेना की अन्य कई स्वतंत्र और आनुषांगिक इकाइयाँ काम करती है जिनमें, भारतीय सीमा सुरक्षा बल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, राष्ट्रीय राइफल्स, असम राइफल्स इत्यादि बल मौजूद है।
भारतीय सेना दुनिया के सबसे बड़ी और प्रमुख सेनाओं में से एक है और सँख्या की दृष्टि से देखा जाए तो भारतीय थलसेना के जवानों की सँख्या दुनिया में चीन के बाद सबसे अधिक है।
भारतीय सेना के गठन के बाद से भारत ने दोनों विश्व युद्ध में भाग लिया है, आजादी के बाद भारत की सेना ने पड़ोसी देश पाकिस्तान के खिलाफ तीन युद्ध सन् 1948, 1965 और 1971 में लड़ाई ली है इसी दौरान चीन से भी सन् 1962 में एक युद्ध लड़ा गया था, बाद में साल 1999 में फिर से पाकिस्तान के साथ कारगिल में एक बार फिर युद्ध हुआ।
“परमवीर चक्र” भारतीय सेना की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च सैन्य सम्मान है।
आर्मी की फुल फॉर्म क्या है? (Army Ka Full Form) –
Army की फुल फॉर्म “Alert Regular Mobility Young” हिन्दी में इसे “भारतीय सेना” कहा जाता है, “Army” शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द “Armata” से हुई है जिसका मतलब Armed Force होता है, Armed Force ऐसी फ़ौज होती है जो देश की तथा देश में रहने वाले लोगों की रक्षा करती है।
आर्मी मे करियर कैसे बनाएं (आर्मी में कैसे जाएं) –
आर्मी में नौकरी करना काफी गर्व की बात होती है, केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में किसी भी देश का सैनिक उस देश की आम जनता के बीच बहुत सम्मान पाता है।
यदि आप भी इसका हिस्सा बनना चाहते है तो उसके लिए बहुत से मौके उपलब्ध है, आप अपनी योग्यता और पद के अनुसार किसी भी जॉब पोस्ट को हासिल कर सकते है।
वैसे तो आर्मी में प्रवेश करने के लिए किसी भी मान्यताप्राप्त बोर्ड से हाईस्कूल (10th) उत्तीर्ण किया हुआ होना चाहिए, लेकिन अलग-अलग पद और उसकी रैंक के अनुसार योग्यताएं भी अलग-अलग होती है।
1. यदि 10th के बाद ही आर्मी में जाने का सपना बना रहे है, तो इसके आप SSC GD और Tradesman की परीक्षाओं के माध्यम से होकर गुजरना पड़ेगा जहां पर इन परीक्षाओं को उतिरण करने और सभी आवश्यक मापदंडों को पूरा करते है तो इसके माध्यम से आर्मी में कांस्टेबल के पद पर नियुक्ति दी जाती है।
2. दूसरा तरीका है हाल ही में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई अग्निपथ योजना के माध्यम से भी आर्मी में जाने का सपना पूरा कर सकते है।
इसके पहले भी सेना में भर्ती करने के लिए अलग-अलग परीक्षाएं आयोजित की जाती है, लेकिन आने वाले समय में अग्निपथ योजना के माध्यम से युवाओं को 4 साल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा।
अग्निवीर योजना के माध्यम से आर्मी के सभी कांस्टेबल के पदों पर चार साल के लिए नियुक्ति की जाएगी, यहाँ पर अभ्यर्थियों का नाम अग्निवीर रखा जाएगा, इसके बाद आपको सेना में स्थाई नौकरी करने के लिए 25% अभ्यर्थियों की लिस्ट में मेरिट बनानी होगी।
चार साल की अवधि पूरी होने के बाद अग्निवीर को एकमुश्त सेवनिधि पैकेज का भुगतान किया जाएगा जो इनकम टैक्स फ्री होगा।
इसके अलावा यदि आप अग्निपथ योजना के बाद भारतीय सेना के अलग-अलग विभागों (CAPF, Aasam Rifles) में पर्मानेन्ट जॉब करना चाहते है, तो यहाँ पर अग्निवीर को 10% का आरक्षण दिया जाएगा।
3. इसके अलावा सेना में कमीशंड ऑफिसर बनने के लिए आपको SSB इंटरव्यू से होकर गुजरना पड़ेगा, SSB इंटरव्यू पाँच दिनों तक चलनी वाली एक प्रक्रिया है जिसमें अभ्यर्थियों को अलग-अलग मापदंडों पर टेस्ट किया जाता है।
जिसमें पास होने वाले अभ्यर्थी सेना में ऑफिसर के पद पर नियुक्त होते है, एनडीए, आईएनईटी, सीडीएस, टीए और एएफसीएटी जैसी लिखित परीक्षाओं को पास करने वाले उम्मीदवारों को संबंधित सैन्य बोर्डों द्वारा एस.एस.बी. साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है।
इसमें शॉर्टलिस्ट की गई सीधी प्रविष्टियां – यूईएस, टीईएस, टीजीसी, एसएससी टेक आदि प्राप्त करके एस.एस.बी. साक्षात्कार के लिए भी उपस्थित हो सकते हैं।
बीएसएफ और आर्मी में क्या अंतर होता है? –
बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स (BSF) की स्थापना 1 दिसंबद सन् 1965 को की गई थी, बीएसएफ़ अर्धसैनिक बल है जो शांतिकाल के समय भारत की सीमा की सुरक्षा करने और बॉर्डर से होने वाले किसी भी तरह के अंतराष्ट्रीय अपराध को रोकने के लिए काम करती है।
भारतीय सेना (Indian Army) और बीएसएफ़ के जवानों में अंतर यह होता है कि बीएसएफ़ सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (CAPF) बलों के तहत आते है और ये सुरक्षा बल, गृह मंत्रालय के अधीन है, जबकि Army भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आती है।
सीमा पर बीएसएफ़ की तैनाती शांति काल के दौरान की जाती है जबकि, सेना युद्ध काल काल के समय मोर्चा संभालती है।
फौजी और पुलिस में क्या अंतर है? –
सेना और पुलिस के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि सेना एक बड़ी, उच्च संगठित सैन्य बल है, जिसका संबंध मुख्य रूप से जमीन, हवा या नौसेना तथा जल सेना, के संचालन के माध्यम से देश की बाहरी आक्रमण से रक्षा करना है।
जबकि पुलिस एक नागरिक बल है, जो कानून प्रवर्तन के लिए कानूनी अधिकार प्रदान करता है, सार्वजनिक व्यवस्था और शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है।
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Summery Of Article –
तो दोस्तों, आर्मी फुल फॉर्म (Army Ka Full Form), आर्मी क्या है? और आर्मी में करियर कैसे बनाएं? (आर्मी में कैसे जाएं) इसके बारे में यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं और यदि इस टॉपिक से जुड़ा आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे नीचे कमेन्ट बॉक्स में लिखना न भूलें, धन्यवाद 🙂
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Hello Sir
Indian army ka bekenshi kab nikalega